नाइजर और बुर्किना फासो की सीमा के पास मंगलवार को एक आतंकवादी समूह की ओर से घात लगाकर किए गए हमले में नाइजर के 21 सैनिक मारे गए।
नाइजर के सैन्य शासन ने एक बयान में यह जानकारी दी।
मंगलवार शाम जारी किए गए बयान में हालांकि यह नहीं बताया गया कि इस हमले में किस आतंकवादी समूह का हाथ है। नाइजर में कई सशस्त्र समूह सक्रिय हैं जिससे देश भीषण सुरक्षा संकट का सामना कर रहा है।
पिछले हफ्ते विद्रोही संगठन ‘पैट्रिऑटिक लिबरेशन फ्रंट’ ने चीन की मदद से बनाई जा रही पाइपलाइन को क्षतिग्रस्त कर दिया था और कहा था कि अगर चीन के साथ किया गया यह 40 करोड़ डॉलर का सौदा रद्द नहीं किया गया तो वे और हमले करेंगे।
इस संगठन के नेता हैं सलाह महमूद और उनके नेतृत्व में इस समूह ने पिछले वर्ष सेना द्वारा निर्वाचित सरकार को अपदस्थ किए जाने के बाद हथियार उठा लिए थे।
नाइजर और उसके पड़ोसी देश माली तथा बुर्किना फासो सहेल क्षेत्र में एक दशक से आतंकवादी संगठन अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट की आतंकी गतिविधियों का सामना कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार पिछले साल हिंसा में हजारों लोग मारे गए और 20 लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।
नाइजर और बुर्किना फासो की सीमा के पास मंगलवार को एक आतंकवादी समूह की ओर से घात लगाकर किए गए हमले में नाइजर के 21 सैनिक मारे गए।
नाइजर के सैन्य शासन ने एक बयान में यह जानकारी दी।
मंगलवार शाम जारी किए गए बयान में हालांकि यह नहीं बताया गया कि इस हमले में किस आतंकवादी समूह का हाथ है। नाइजर में कई सशस्त्र समूह सक्रिय हैं जिससे देश भीषण सुरक्षा संकट का सामना कर रहा है।
पिछले हफ्ते विद्रोही संगठन ‘पैट्रिऑटिक लिबरेशन फ्रंट’ ने चीन की मदद से बनाई जा रही पाइपलाइन को क्षतिग्रस्त कर दिया था और कहा था कि अगर चीन के साथ किया गया यह 40 करोड़ डॉलर का सौदा रद्द नहीं किया गया तो वे और हमले करेंगे।
इस संगठन के नेता हैं सलाह महमूद और उनके नेतृत्व में इस समूह ने पिछले वर्ष सेना द्वारा निर्वाचित सरकार को अपदस्थ किए जाने के बाद हथियार उठा लिए थे।
नाइजर और उसके पड़ोसी देश माली तथा बुर्किना फासो सहेल क्षेत्र में एक दशक से आतंकवादी संगठन अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट की आतंकी गतिविधियों का सामना कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार पिछले साल हिंसा में हजारों लोग मारे गए और 20 लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।