वाशिंगटन/ माले । अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि अमेरिका मुक्त, खुला, सुरक्षित और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने के लिए मालदीव के साथ साझेदारी की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराता है। अमेरिका की ओर से यह बयान ऐसे समय आया है जब मालदीव, चीन के करीब जाता नजर आ रहा है। अमेरिका ने यह संदेश तब दिया जब विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मंगलवार को मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर से वाशिंगटन में मुलाकात की। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि विदेश मंत्री ब्लिंकन ने स्वतंत्र, मुक्त, सुरक्षित और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए मालदीव के साथ साझेदारी करने की अमेरिका की प्रतिबद्धता दोहराई।
मालदीव के नेता मोहम्मद मुइज्जू चीन समर्थक रुख के लिए जाने जाते हैं और पिछले साल नवंबर में उन्होंने राष्ट्रपति का पदभार संभाला था। सत्ता में आने के बाद से ही उन्होंने चीन के साथ मालदीव के संबंधों को मजबूत किया है और रक्षा सहयोग समझौते सहित कई द्विपक्षीय समझौते किए हैं। ब्लिंकन का हिंद-प्रशांत क्षेत्र का संदर्भ देना इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि चीन अमेरिका और अन्य देशों के इस क्षेत्र में संलिप्त होने का कड़ा विरोध करता है। इस क्षेत्र में चीन का फिलीपीन और वियतनाम जैसे देशों के साथ समुद्री क्षेत्रीय विवाद है।
वाशिंगटन/ माले । अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि अमेरिका मुक्त, खुला, सुरक्षित और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने के लिए मालदीव के साथ साझेदारी की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराता है। अमेरिका की ओर से यह बयान ऐसे समय आया है जब मालदीव, चीन के करीब जाता नजर आ रहा है। अमेरिका ने यह संदेश तब दिया जब विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मंगलवार को मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर से वाशिंगटन में मुलाकात की। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि विदेश मंत्री ब्लिंकन ने स्वतंत्र, मुक्त, सुरक्षित और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए मालदीव के साथ साझेदारी करने की अमेरिका की प्रतिबद्धता दोहराई।
मालदीव के नेता मोहम्मद मुइज्जू चीन समर्थक रुख के लिए जाने जाते हैं और पिछले साल नवंबर में उन्होंने राष्ट्रपति का पदभार संभाला था। सत्ता में आने के बाद से ही उन्होंने चीन के साथ मालदीव के संबंधों को मजबूत किया है और रक्षा सहयोग समझौते सहित कई द्विपक्षीय समझौते किए हैं। ब्लिंकन का हिंद-प्रशांत क्षेत्र का संदर्भ देना इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि चीन अमेरिका और अन्य देशों के इस क्षेत्र में संलिप्त होने का कड़ा विरोध करता है। इस क्षेत्र में चीन का फिलीपीन और वियतनाम जैसे देशों के साथ समुद्री क्षेत्रीय विवाद है।