उत्तर कोरिया ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने कई मुखास्त्र ले जाने में सक्षम मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है।
उत्तर कोरिया का यह बयान दक्षिण कोरिया की ओर से बुधवार को दिए गए उस बयान से ठीक विपरीत है जिसमें कहा गया था कि उत्तर कोरिया ने हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया लेकिन वह सफल नहीं रहा।
उत्तर कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ (केसीएनए) ने कहा कि ‘मल्टीपिल इंडिपेंडेंट रीएंट्री व्हीकल’ की क्षमता सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक मुखास्त्र को पृथक करने और उस पर नियंत्रण की जांच संबंधी परीक्षण किया गया।
समाचार एजेंसी ने अपनी खबर में कहा कि पृथक किए गए मुखास्त्रों को ‘‘तीन समन्वित लक्ष्यों की ओर सही तरीके से आगे बढ़ाया गया।’’
उत्तर कोरिया का, कई मुखास्त्र ले जाने में सक्षम मिसाइल का यह पहला ऐसा प्रक्षेपण कार्यक्रम था जिसके बारे में जानकारी सामने आई है।
हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि यह अभी शुरुआती चरण का परीक्षण था।
केसीएनए ने अपनी खबर में देश के मिसाइल प्रशासन के हवाले से कहा कि यह उत्तर कोरिया की मिसाइल ताकत को मजबूत करने तथा मिसाइल प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
उत्तर कोरिया के इन बयान पर फिलहाल दक्षिण कोरिया ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
उत्तर कोरिया ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने कई मुखास्त्र ले जाने में सक्षम मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है।
उत्तर कोरिया का यह बयान दक्षिण कोरिया की ओर से बुधवार को दिए गए उस बयान से ठीक विपरीत है जिसमें कहा गया था कि उत्तर कोरिया ने हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया लेकिन वह सफल नहीं रहा।
उत्तर कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ (केसीएनए) ने कहा कि ‘मल्टीपिल इंडिपेंडेंट रीएंट्री व्हीकल’ की क्षमता सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक मुखास्त्र को पृथक करने और उस पर नियंत्रण की जांच संबंधी परीक्षण किया गया।
समाचार एजेंसी ने अपनी खबर में कहा कि पृथक किए गए मुखास्त्रों को ‘‘तीन समन्वित लक्ष्यों की ओर सही तरीके से आगे बढ़ाया गया।’’
उत्तर कोरिया का, कई मुखास्त्र ले जाने में सक्षम मिसाइल का यह पहला ऐसा प्रक्षेपण कार्यक्रम था जिसके बारे में जानकारी सामने आई है।
हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि यह अभी शुरुआती चरण का परीक्षण था।
केसीएनए ने अपनी खबर में देश के मिसाइल प्रशासन के हवाले से कहा कि यह उत्तर कोरिया की मिसाइल ताकत को मजबूत करने तथा मिसाइल प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
उत्तर कोरिया के इन बयान पर फिलहाल दक्षिण कोरिया ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।