बोकारो जिला के चंद्रपुरा प्रखंड के तेलो पूर्वी पंचायत के रहने वाले डॉ शंकर महतो के बेटे पंकज कुमार महतो ने यूक्रेन की विन्नित्सा नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी से एमडी की पढ़ाई पूरी कर लौट गए हैं। वे वहां साल 2018 में पढ़ाई करने गए थे। लेकिन रूस के साथ छिड़े युद्ध की वजह से उन्हें भारत वापस लौटना पड़ गया था। लेकिन पढ़ाई पूरी करने को लेकर पंकज फिर से यूक्रेन गए और पढ़ाई पूरी कर वापस लौट आए हैं। उसके सकुशल घर आने पर दादा सालूक महतो, पिता डॉ शंकर महतो, माता कमली देवी, चाचा मनोज कुमार महतो, पुत्र सिंधु कुमार ने मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया। युद्ध के दौरान बंकर में बीते थे सात दिन युद्ध के दौरान के अपने अनुभव साझा करते हुए पंकज बताते हैं कि तीन साल की पढ़ाई पूरी करने के दौरान वर्ष 2021 के फरवरी में रूस और यूक्रेन में युद्ध छिड़ गया। हम लोगों को एक समय लगा कि अब हमलोग घर वापस नहीं जा पाएंगे। लड़ाई के दौरान हम लोग लगभग 7 सात दिनों तक बंकर में छिपकर अपनी जान बचाई। खाने पीने के लिए लाले पड़ गए थे। साथ ही कहा कि घर आने के बाद पढ़ाई अधूरी होने के डर सताने लगा तब फिर से घरवालों से बात कर यूक्रेन जाने का मन बनाया। घर वालों से अनुमति लेकर सात माह के बाद फिर यूक्रेन चले गए। वे बताते हैं कि अभी भी युक्रेन में लड़ाई जारी है। युद्ध की खबरें देख, मन घबराता था पंकज के पिता डॉ शंकर महतो एवं दादा सालूक महतो ने कहा कि यूक्रेन पढ़ाई करने के लिए भेजा था। लेकिन जैसे ही युद्ध की खबर को टेलीविजन में देखा तो हम सभी घरवालों का होश उड़ गए थे। इसके बाद रात में फोन से बात हुई तब जाकर हमलोग राहत की सांस लिए। इसके घर आने के बाद फिर हमलोग भेजने के पक्ष में नहीं थे लेकिन पढ़ाई के प्रति इनका जज्बा देख कर उसे भेजा। जिसका परिणाम है कि आज यह अपना डिग्री लेकर घर वापस लौटा।