अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प ने राष्ट्रपति और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडेन पर चीन से पैसे लेने का आरोप लगाया और अपनी पहली राष्ट्रपति बहस के दौरान उन्हें मंचूरियन उम्मीदवार कहा। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका में इस समय इतिहास का सबसे बड़ा घाटा है। तीखी बहस के दौरान ट्रंप ने कहा कि चीन के साथ हमारा सबसे बड़ा घाटा है। उन्हें चीन से भुगतान मिलता है। वह मंचूरियन उम्मीदवार हैं। उन्हें चीन से पैसा मिलता है। वैसे तो मंचूरियन कैंडिडेट अक्सर अमेरिकी राजनीति में इस्तेमाल किया जाने वाला फ्रेज है। इसका खाने वाले मंचूरियन से कोई कनेक्शन नहीं है। ये जिसके लिए कहा जाता है कि उन्हें दुश्मन पावर की ओर से कठपूतली की तरह इस्तेमाल किया जाता है।
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मंचूरियन कैंडिडेट फ्रैंक सिनात्रा की 1962 की इसी नाम की फिल्म का संदर्भ प्रतीत होता है। फिल्म रेमंड शॉ की कहानी बताती है, जो एक अमेरिकी सैनिक है जिसे कम्युनिस्ट ताकतों ने स्लीपर एजेंट बनने और एक राजनीतिक हत्या को अंजाम देने के लिए पकड़ लिया था और उसका ब्रेनवॉश किया था। फ्रैंक सिनात्रा ने शॉ के कमांडिंग ऑफिसर मेजर बेनेट मार्को की भूमिका निभाई है, जो परेशान करने वाले बुरे सपनों के माध्यम से भयावह साजिश को उजागर करना शुरू करता है। 2004 में इस फिल्म का पुनर्निर्माण किया गया जिसमें डेंज़ल वाशिंगटन ने मेजर बेनेट मार्को की भूमिका निभाई।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प ने राष्ट्रपति और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडेन पर चीन से पैसे लेने का आरोप लगाया और अपनी पहली राष्ट्रपति बहस के दौरान उन्हें मंचूरियन उम्मीदवार कहा। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका में इस समय इतिहास का सबसे बड़ा घाटा है। तीखी बहस के दौरान ट्रंप ने कहा कि चीन के साथ हमारा सबसे बड़ा घाटा है। उन्हें चीन से भुगतान मिलता है। वह मंचूरियन उम्मीदवार हैं। उन्हें चीन से पैसा मिलता है। वैसे तो मंचूरियन कैंडिडेट अक्सर अमेरिकी राजनीति में इस्तेमाल किया जाने वाला फ्रेज है। इसका खाने वाले मंचूरियन से कोई कनेक्शन नहीं है। ये जिसके लिए कहा जाता है कि उन्हें दुश्मन पावर की ओर से कठपूतली की तरह इस्तेमाल किया जाता है।
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