वर्ष 2018 से यूक्रेन पर हमलों में इस्तेमाल किए गए हथियारों का पता लगाने वाले एक शोध संगठन के प्रमुख ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया कि यह “अकाट्य” रूप से स्थापित हो चुका है कि यूक्रेन में पाए गए बैलिस्टिक मिसाइल के अवशेष उत्तर कोरिया के हैं।
बैठक में अमेरिका और उसके सहयोगी पश्चिमी देशों ने रूस और उत्तरी कोरिया के साथ बहस करते हुए कहा कि ‘डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया’ (डीपीआरके) यानी उत्तर कोरिया से हथियारों के निर्यात को लेकर लगाए गए संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों का दोनों देशों ने उल्लंघन किया है।
रूस ने आरोपों को निराधार बताया और उत्तरी कोरिया ने ‘‘किसी के कथित ‘हथियार हस्तांतरण’ पर चर्चा करने को अत्यंत निंदनीय कृत्य करार देते हुए बैठक को खारिज किया।
‘कॉन्फ्लिक्ट आर्मामेंट रिसर्च’ के कार्यकारी निदेशक जोना लेफ ने परिषद को दो जनवरी को यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खार्किव पर हमला करने वाली मिसाइल के अवशेषों के विस्तृत विश्लेषण का ब्योरा दिया।
उन्होंने कहा कि संगठन ने मिसाइल के रॉकेट मोटर, अन्य उपकरण और आठ देशों और क्षेत्रों की 26 कंपनियों द्वारा निर्मित लगभग 300 घटकों का दस्तावेजीकरण कर पता लगाया है कि मिसाइल या तो केएन-23 या केएन-24 हैं, जिनका निर्माण उत्तरी कोरिया में किया गया।
वर्ष 2018 से यूक्रेन पर हमलों में इस्तेमाल किए गए हथियारों का पता लगाने वाले एक शोध संगठन के प्रमुख ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया कि यह “अकाट्य” रूप से स्थापित हो चुका है कि यूक्रेन में पाए गए बैलिस्टिक मिसाइल के अवशेष उत्तर कोरिया के हैं।
बैठक में अमेरिका और उसके सहयोगी पश्चिमी देशों ने रूस और उत्तरी कोरिया के साथ बहस करते हुए कहा कि ‘डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया’ (डीपीआरके) यानी उत्तर कोरिया से हथियारों के निर्यात को लेकर लगाए गए संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों का दोनों देशों ने उल्लंघन किया है।
रूस ने आरोपों को निराधार बताया और उत्तरी कोरिया ने ‘‘किसी के कथित ‘हथियार हस्तांतरण’ पर चर्चा करने को अत्यंत निंदनीय कृत्य करार देते हुए बैठक को खारिज किया।
‘कॉन्फ्लिक्ट आर्मामेंट रिसर्च’ के कार्यकारी निदेशक जोना लेफ ने परिषद को दो जनवरी को यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खार्किव पर हमला करने वाली मिसाइल के अवशेषों के विस्तृत विश्लेषण का ब्योरा दिया।
उन्होंने कहा कि संगठन ने मिसाइल के रॉकेट मोटर, अन्य उपकरण और आठ देशों और क्षेत्रों की 26 कंपनियों द्वारा निर्मित लगभग 300 घटकों का दस्तावेजीकरण कर पता लगाया है कि मिसाइल या तो केएन-23 या केएन-24 हैं, जिनका निर्माण उत्तरी कोरिया में किया गया।