पिछले साल एवरेस्ट चढ़ाई के 70 साल पूरे होने पर एवरेस्ट चढ़ चुके देश के 13 पर्वतारोही रांची आए थे। देश में पहली बार हो रहे ‘एवरेस्ट समिट’ में अपने संघर्ष व विजय की गाथा सुनाकर यहां के युवकों में जोश भरा था। इस बार फिर से देशभर से एवरेस्ट चढ़ चुके पर्वतारोही हमारे शहर आने वाले हैं। 18 अगस्त को रांची में होने वाले ‘एवरेस्ट शिखर सम्मेलन 2.0’ में भाग लेंगे और अपनी यात्रा और एवरेस्ट विजय के पीछे संघर्षों की कहानी को साझा करेंगे। इस बार देशभर से 20 से 25 पर्वतारोही झारखंड आएंगे। झारखंड से प्रेमलता अग्रवाल, टाटा एडवेंचर फाउंडेशन की कामया कार्तिकेयन के साथ एवरेस्ट पर चढ़ने वाली पहली महिला बछेंंद्री पाल भी शामिल होंगी। 5364 मी. व 8848 मी. की रनथॉन प्रतियोगिता एवरेस्ट शिखर सम्मेलन 2.0 के एक दिन पहले 17 अगस्त को झारखंड में 20+ एवरेस्ट पर्वतारोहियों के साथ दौड़ प्रतियोगिता रनथॉन का आयोजन होगा। इसमें देश के विभिन्न हिस्सों से आए लोगों के साथ शहर के लोग दौड़ेंगे। राजीव गुप्ता ने बताया कि इस दौड़ के द्वारा हम युवाओं को फिटनेस और अपने सपनों को पूरे करने के लिए लड़ने का संकल्प दिलाएंगे। रनथॉन में एवरेस्ट के बेस कैम्प की ऊंचाई जितनी 5364 मीटर और एवरेस्ट की ऊंचाई जितनी 8848 मीटर की दौड़ में भाग लेंगे लोग। विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा। एवरेस्ट बेस कैंप जा चुके राजीव गुप्ता के प्रयास से जुटेंगे सभी एवरेस्ट समिट के मुख्य आयोजक राजीव गुप्ता टेडेक्स कांके के क्यूरेटर भी हैं। उन्होंने आइडियाट इंस्पायर इग्नाइट फाउंडेशन के तहत लोगों को प्रेरित करने का काम कर रहे हैं। पिछले साल अगस्त में रांची में एवरेस्ट समिट करने के बाद दिसंबर 2023 में सत्यरूप सिद्धांत के नेतृत्व में रांची से 14 लोगों के एक समूह को अन्नपूर्णा बेस कैंप ट्रैक के लिए ले गए। फिर इस साल देशभर से 35 लोगों की टीम के साथ एवरेस्ट बेस कैंप की ट्रैकिंग पर गए। कहते हैं कि इस बार 18 अगस्त 2024 को रांची में फिर 20 से ज्यादा एवरेस्ट विजेताओं को यहां के युवाओं को प्रेरित व प्रोत्साहित करने के लिए एकत्रित कर रहा हूं। चूंकि हमारा झारखंड जंगलों, नदियों, झरनों और घाटियों जैसी सभी प्राकृतिक ये एवरेस्ट विजेता भाग लेंगेबछेंंद्री पाल, सुनील नटराजन, उषा हेगड़े, संगीता बहल, मलय मुखर्जी, प्रेमलता अग्रवाल, डॉ. मुराद लाला, सत्यरूप सिद्धांत, तेनजिंग जैमलिंग, मनीषा वाघमारे, तूलिका रानी, शरद कुलकर्नी, संतोष यादव, पूर्णा मलावाथ, आनंद कुमार, अपर्णा कुमार, अंकुर बहल, अजीत बजाज, प्रकृति वर्षनेय, देवराज दत्ता, प्रियंका मोहिते, कर्नल रणवीर जमवाल, रवींद्र कुमार, अतुल कलवार, ले. कर्नल विशाल अहलावत। ये सभी दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर अपनी जीत की कहानी से हमें प्रेरित करेंगे। सुंदरता से धन्य है, इसलिए राज्य भर में इको-टूरिज्म को विकसित करने का यह समिट शानदार अवसर होगा। हमारे स्थानीय लोगों को आगे आने और पर्यटकों को आकर्षित करने में यह समिट मददगार साबित होगा।

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