गुमला के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में शनिवार को चार छात्राओं के बीच जमकर मारपीट हुई। इस दौरान तीन छात्राओं ने मिलकर दुपट्टे से एक 7वीं क्लास की छात्रा गला दबाकर मारने की कोशिश की। जब बच्ची चिल्लाने लगी तो स्कूल की वॉर्डन पहुंची और उसे बचाया। इतना ही नहीं आरोपी छात्राओं ने उसके हॉस्टल में घुसकर तोड़फोड़ भी और गद्दे समेत कई सामान भी जला दिए। हालांकि, ये हरकर आरोपियों छात्राओं की है, इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है। जानकारी के मुताबिक, पीड़ित की गलती सिर्फ इतनी थी कि उसने तीनों छात्रों के खिलाफ स्कूल मैनेजमेंट से शिकायत की थी। पहले मामले को दबाने की कोशिश की गई। जब मारपीट में घायल छात्रा की स्थिति ज्यादा बिगड़ी तो उसे सीएचसी रायडीह लाया गया। यहां से प्राथमिक उपचार के बाद छात्रा को गुमला सदर अस्पताल भेज दिया गया। वहां छात्रा का इलाज चल रहा है। छात्रा की स्थिति ऐसी है कि वह बोलने की स्थिति में नहीं है। मारपीट में चेहरा सूजा, गले में निशान छात्रा की पहचान पीबो पंचायत की लसड़ाबरटोली गांव के रहने वाले धनीराम सिंह की बेटी संतोषी कुमारी के रूप में हुई है। मारपीट की वजह से उसकी चेहरा सूजा हुआ है। गले पर दुपट्टे के निशान भी है। उसकी हालत अभी गंभीर बनी हुई है। पीड़ित और आरोपी छात्राएं नाबालिग हैं। तीनों आरोपी छात्राएं क्लास 7, 8 और 9 की है। सभी सिकोईगांव की रहने वाली है। आरोपी छात्राओं को भेजा घर घटना को लेकर स्कूल मैनेजमेंट की ओर से कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है। स्कूल मैनेजमेंट की ओर से वार्डन सुनामी कुमारी और बीपीओ अभिजीत कुमार ने घटना की जानकारी प्रशासन को दी। इसके बाद DEO नूर आलम खां और एडीपीओ पीयूष कुमार सदर अस्पताल पहुंचे और पीड़ित छात्रा का हालचाल जाना। वहीं आरोपी छात्राओं को पदाधिकारियों के निर्देश पर उनके अभिभावकों को बुलाकर घर भेज दिया गया है। फिलहाल मामले की जांच चल रही है। इस घटना के बाद से स्कूल की छात्राएं डरी-सहमी हुई हैं। मारने की थी पूरी प्लानिंग आरोपी छात्राएं दीपा कुमारी, आरती खाखा और छोटी कुमारी की प्लानिंग संतोषी को मारने की ही थी। आरोपी छात्राएं अक्सर हॉस्टल से वार्डन से बिना पूछे भाग जाया करती थी। वे कभी देर रात वापस आती थी तो कभी अहले सुबह पहुंचती थी। आरोपी तीनों छात्राओं की इस हरकत की जानकारी संतोषी को थी। संतोषी ने इस बात की जानकारी मैनेजमेंट को दी थी। इसी नाराजगी में तीनों उसे मारने की पूरी प्लानिंग कर ली थी। एक दिन पहले जलाया था हॉस्टल सूत्रों की मानें तो शनिवार की मारपीट की घटना से पहले आरोपी छात्राओं ने शुक्रवार की रात हॉस्टल में आगजनी की घटना को अंजाम दिया। इस आगजनी में गद्दे सहित कई सामान जल गए। आगजनी कैसे हुई, किसने आग लगाई यह पता नहीं चल सका। हॉस्टल में आग लगाई गई, इसकी जानकारी लोकल थाने को भी नहीं दी गई। छात्राओं की प्लानिंग थी कि पहले आगजनी और फिर हत्या कर दिए जाने के बाद स्कूल बंद कर दिया जाएगा। जिसके बाद वे हॉस्टल से चली जाएंगी। क्या कहते हैं अधिकारी DEO नूर आलम खां ने बताया कि छात्राओं के बीच मारपीट की घटना हुई है। इसमें एक छात्रा की स्थिति गंभीर है। सदर अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। हॉस्टल की आग लगने की घटना को लेकर उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर की। हालांकि यह जरूर कहा कि जांच कमेटी पूरी घटनाक्रम की पड़ताल करेगी। अगर वार्डन या किसी अन्य की संलिप्तता सामने आती है तो जरूर कार्रवाई की जाएगी।