पलामू जेल से 12 दिन पहले गिरिडीह जेल शिफ्ट हुए गैंगस्टर अमन साहू ने वहां हंगामा मचाना शुरू कर दिया है। उसकी सहमति पर उसके गुर्गे अब जेल अधीक्षक को ही धमकी दे रहे हैं। गिरिडीह सेंट्रल जेल की अधीक्षक हिमानी प्रिया को अमन साहू गैंग का मयंक सिंह ने धमकी दी है। उसने हिमानी प्रिया को धमकाते हुए कहा कि जितना कहा जा रहा है, उतना ही करें। नहीं को इस बार की फायरिंग में निशाना चूकेगा नहीं। हिमानी प्रिया को अलग-अलग इंटरनेशनल कॉल और वॉट्सऐप मैसेज के जरिए धमकाया जा रहा है। इस बात की शिकायत जेल अधीक्षक हिमानी ने जिले के एसपी दीपक शर्मा और जेल आईजी सुदर्शन मंडल से की है। इस मामले में उन्होंने पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने कहा है कि इंटरनेशनल कॉल के जरिए मयंक सिंह नाम का आदमी धमकी दे रहा है। पत्र में उन्होंने सुरक्षा की मांग भी की है। धमकी भरे कॉल न केवल जेल अधीक्षक को बल्कि जेलर सुबोध पांडेय को भी आए हैं। चार दिन पहले अमन ने दी थी धमकी जानकारी के मुताबिक, हिमानी चार दिन पहले जेल में राउंड लगा रही थीं। इस दौरान गैंगस्टर अमन साहू ने उन्हें धमकी दी थी। इसके बाद से उन्हें वॉट्सऐप पर मैसेज और इंटरनेशनल कॉल आने शुरू हो गए हैं। मयंक सिंह के नाम पर आ रहे कॉल और मैसेज में बार-बार कहा जा रहा है कि आप अपना ध्यान रखें। जितना बोला जाए उतना ही करें, नहीं तो पिछले जेलर पर जिस तरह गोली चली थी, फिर से वह न दोहरा जाए। इसके बाद जेल अधीक्षक ने पत्र लिख कर जानकारी दी है। पुराने जेल अधीक्षक पर चलवाई थी गोलियां दरअसल साल 2022 के अप्रैल महीने में अमन साहू को गिरिडीह जेल में रखा गया था। उस दौरान तत्कालीन जेल अधीक्षक अनिमेश चौधरी के वाहन पर गोली चलवाई थी। उस समय वाहन में जेलर प्रमोद कुमार सवार थे, जो हमले में बाल-बाल बच गए। अमन साहू ने उस समय तत्कालीन प्रभारी जेल अधीक्षक अनिमेष चौधरी से दो करोड़ की रंगदारी भी मांगी गई थी और उनकी गाड़ी पर गोलियां भी चलाई गई थी। तब भी धमकी देने और फायरिंग में मयंक सिंह का नाम आया था। इस गोलीबारी के दूसरे दिन ही अमन साहू को सिमडेगा जेल भेज दिया गया था। बाद में सिमडेगा से उसे मेदिनीनगर जेल भेजा गया था। जहां उसने तत्कालीन जेल अधीक्षक जितेंद्र कुमार को फोन कर जान से मारने की धमकी दी थी। लेवी-रंगदारी के लिए कुख्यात, लॉरेंस बिश्नोई से संबंध अमन साहू लेवी और रंगदारी वसूली के लिए कुख्यात है। उसके गिरोह के कई सदस्य कोयला कारोबारियों, बिल्डरों, ट्रांसपोर्टरों और कारोबारियों से रंगदारी वसूल रहा है। अमन खुद भी खुलासा कर चुका है कि उसका लॉरेंस बिश्नोई से संबंध है। सोशल मीडिया पर अक्सर बातें होती हैं। उसका संबंध लॉरेंस के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई के साथ भी है। अब एनआईए यह जांच कर रही है कि क्या अमन साहू गिरोह बिश्नोई गिरोह को हथियार के साथ शूटर भी उपलब्ध करा रहा है। बताया जाता है कि अमन साहू के नाम पर कॉल करने वाला मयंक सिंह ही अमन और लॉरेंस के बीच की कड़ी है। अमन की गिरोह में 145 गुर्गे, इनमें 99 जेल से बाहर 6 महीने पहले CID ने ATS को जो रिपोर्ट सौंपी थी उसके अनुसार अमन साहू के गिरोह में 145 गुर्गे हैं। इनमें 99 जेल से बाहर हैं। इस गैंग के पास 5 एके-47 सहित 250 से ज्यादा हथियार हैं। जेल जाने के बाद अमन साहू की गैंग को अमन के गाइडेंस पर मयंक सिंह चला रहा है। अमन पर अलग-अलग थानों में 124 से ज्यादा केस दर्ज हैं। मयंक मूल रूप से यूपी के देवरिया का रहने वाला है। अमन साव गिरोह के पास 250 से अधिक हथियार हैं। जिसमें 9 कार्बाइन, 70 देसी कट्टा और 166 पिस्टल हैं।