भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के दौरान चीनी समकक्ष वांग यी से मुलाकात की। एस जयशंकर अस्ताना में शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे है। इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने “सीमा क्षेत्रों में शेष मुद्दों के शीघ्र समाधान” पर चर्चा की। 

बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दोनों पक्ष सीमा मुद्दों को सुलझाने के लिए कूटनीतिक और सैन्य माध्यमों से प्रयास बढ़ाने पर सहमत हुए। एस जयशंकर ने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा का सम्मान करना और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति सुनिश्चित करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आपसी सम्मान, आपसी संवेदनशीलता और आपसी आदर के तीन सिद्धांत भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय संबंधों का मार्गदर्शन करेंगे।

 “आज सुबह अस्ताना में सीपीसी पोलित ब्यूरो के सदस्य और विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की। सीमा क्षेत्रों में शेष मुद्दों के शीघ्र समाधान पर चर्चा की गई। इस लक्ष्य के लिए कूटनीतिक और सैन्य माध्यमों से प्रयासों को दोगुना करने पर सहमति व्यक्त की गई। वास्तविक नियंत्रण रेखा का सम्मान करना तथा सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति सुनिश्चित करना आवश्यक है। उन्होंने लिखा, “तीनों बातें – आपसी सम्मान, आपसी संवेदनशीलता और आपसी हित – हमारे द्विपक्षीय संबंधों का मार्गदर्शन करेंगी।” माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच मुख्य बातचीत सीमा विवाद पर केन्द्रित थी। भारत का मानना है कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता दोनों देशों के बीच सामान्य संबंधों के लिए अहम है।

भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के दौरान चीनी समकक्ष वांग यी से मुलाकात की। एस जयशंकर अस्ताना में शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे है। इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने “सीमा क्षेत्रों में शेष मुद्दों के शीघ्र समाधान” पर चर्चा की। 

बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दोनों पक्ष सीमा मुद्दों को सुलझाने के लिए कूटनीतिक और सैन्य माध्यमों से प्रयास बढ़ाने पर सहमत हुए। एस जयशंकर ने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा का सम्मान करना और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति सुनिश्चित करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आपसी सम्मान, आपसी संवेदनशीलता और आपसी आदर के तीन सिद्धांत भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय संबंधों का मार्गदर्शन करेंगे।

 “आज सुबह अस्ताना में सीपीसी पोलित ब्यूरो के सदस्य और विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की। सीमा क्षेत्रों में शेष मुद्दों के शीघ्र समाधान पर चर्चा की गई। इस लक्ष्य के लिए कूटनीतिक और सैन्य माध्यमों से प्रयासों को दोगुना करने पर सहमति व्यक्त की गई। वास्तविक नियंत्रण रेखा का सम्मान करना तथा सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति सुनिश्चित करना आवश्यक है। उन्होंने लिखा, “तीनों बातें – आपसी सम्मान, आपसी संवेदनशीलता और आपसी हित – हमारे द्विपक्षीय संबंधों का मार्गदर्शन करेंगी।” माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच मुख्य बातचीत सीमा विवाद पर केन्द्रित थी। भारत का मानना है कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता दोनों देशों के बीच सामान्य संबंधों के लिए अहम है।