सिंगापुर में नशे में धुत छात्रा पर क्रूर हमला करने और बलात्कार के जुर्म में एक जापानी हेयर स्टाइलिस्ट को 17.5 साल की जेल और 20 बेंत मारने की सजा सुनाई गई है। उसके वकील ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
बचाव पक्ष के वकील एड्रियन वी ने बताया कि 39 वर्षीय किता इक्को ने बलात्कार और अश्लील फिल्म बनाने के आरोप को सोमवार को स्वीकार कर लिया था।
समाचार एजेंसी ‘क्योदो’ ने सिंगापुर में जापानी दूतावास के हवाले से कहा कि सिंगापुर में बेंत से मारने की सज़ा पाने वाला किता पहला जापानी है।
किता को दिसंबर 2019 में 20 वर्षीय छात्रा के साथ बलात्कार करने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। पीड़िता ने पुलिस में शिकायत की थी कि वह किता से पहली दफ़ा एक बार में मिली थी।
अभियोजकों के अनुसार, किता उसे अपने घर ले गया जहां उसने उससे बलात्कार किया और इस कृत्य की अपने मोबाइल फोन पर रिकॉर्डिंग कर उसे अपने एक मित्र को भेज दिया।
सिंगापुर में बलात्कार, मादक द्रव्यों की तस्करी, तोड़-फोड़ और लूटपाट सहित विभिन्न अपराध के, 50 साल से कम उम्र के पुरुष दोषियों को बेंत की सजा देने का प्रावधान है। अंतरराष्ट्रीय निकायों ने इसकी आलोचना की है लेकिन यह सिलसिला जारी है।
सिंगापुर में नशे में धुत छात्रा पर क्रूर हमला करने और बलात्कार के जुर्म में एक जापानी हेयर स्टाइलिस्ट को 17.5 साल की जेल और 20 बेंत मारने की सजा सुनाई गई है। उसके वकील ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
बचाव पक्ष के वकील एड्रियन वी ने बताया कि 39 वर्षीय किता इक्को ने बलात्कार और अश्लील फिल्म बनाने के आरोप को सोमवार को स्वीकार कर लिया था।
समाचार एजेंसी ‘क्योदो’ ने सिंगापुर में जापानी दूतावास के हवाले से कहा कि सिंगापुर में बेंत से मारने की सज़ा पाने वाला किता पहला जापानी है।
किता को दिसंबर 2019 में 20 वर्षीय छात्रा के साथ बलात्कार करने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। पीड़िता ने पुलिस में शिकायत की थी कि वह किता से पहली दफ़ा एक बार में मिली थी।
अभियोजकों के अनुसार, किता उसे अपने घर ले गया जहां उसने उससे बलात्कार किया और इस कृत्य की अपने मोबाइल फोन पर रिकॉर्डिंग कर उसे अपने एक मित्र को भेज दिया।
सिंगापुर में बलात्कार, मादक द्रव्यों की तस्करी, तोड़-फोड़ और लूटपाट सहित विभिन्न अपराध के, 50 साल से कम उम्र के पुरुष दोषियों को बेंत की सजा देने का प्रावधान है। अंतरराष्ट्रीय निकायों ने इसकी आलोचना की है लेकिन यह सिलसिला जारी है।