नई व्यवस्था में कॉपियों का रिकॉर्ड भी पोर्टल पर रहेगा, जिसे विश्वविद्यालय प्रशासन जरूरत पड़ने पर देख सकेगा। पोर्टल के माध्यम से ही विद्यार्थियों का एडमिट कार्ड और रिजल्ट भी उपलब्ध हो सकेगा।