बिहार से दूसरे राज्यों के लिए भी निजी बसें चल रही हैं, लेकिन उनकी हालत बदतर है। सरकार उनकी मॉनिटरिंग नहीं कर पाती है, ऐसे में परिवहन विभाग ने पीपीपी मोड पर बसें चलाने का फैसला लिया है।