सीबीएसई स्किल एजुकेशन के डायरेक्टर ने कहा कि नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क (एनसीआरएफ) के माध्यम से प्राथमिक शिक्षा से पीएचडी स्तर के सिलेबस का प्रारूप तैयार किया जाता है। यह शैक्षणिक ग्रेड, कौशल विकास कार्यक्रम और अनुभवात्मक शिक्षा को एकीकृत करता है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) में शैक्षणिक और व्यावसायिक शिक्षा के एकीकरण पर फोकस किया गया है। यह तंत्र दो शिक्षा धाराओं के भीतर और उनके बीच समानता सुनिश्चित करता है। वे शुक्रवार को एनसीआरएफ विषय पर दिल्ली पब्लिक स्कूल रांची के विवेकानंद सभागार में प्रिंसिपल कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि क्रेडिट के असाइनमेंट के लिए एक वर्ष में कुल 1200 नोशनल लर्निंग आवर होंगे। छह महीने के प्रति सेमेस्टर में 20 क्रेडिट के साथ हर साल 1200 घंटे सीखने के लिए न्यूनतम 40 क्रेडिट अर्जित किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि संपूर्ण स्कूली शिक्षा अवधि के दौरान एक छात्र द्वारा अर्जित कुल क्रेडिट 160 होंगे। इस फ्रेमवर्क के अनुसार, तीन वर्षीय स्नातक डिग्री पाठ्यक्रम के अंत तक छात्र 120 क्रेडिट पाएगा। जब कोई छात्र पीएचडी पूरी करता है तो अर्जित क्रेडिट 320 होंगे। इससे पहले उद्घाटन करते हुए डीपीएस के प्रिंसिपल राम सिंह ने एनसीआरएफ के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। सेमिनार में राज्य के 150 से अधिक प्रिंसिपल शामिल हुए।

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