झारखंड सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा की राज्य इकाई ने अपनी मांगों के समर्थन में 30 जून से चरणवद्ध आंदोलन करने का निर्णय लिया है। सबसे पहले 26 जून को मंत्रियों और सत्ता पक्ष के विधायकों को मांग पत्र सौंपा जाएगा। 30 जून को हूल दिवस पर राज्य के सभी प्रखंड मुख्यालयों में मशाल जुलूस निकाला जाएगा। 8 जुलाई को सभी जिलों में डीसी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। 20 जुलाई से मुख्यमंत्री आवास का अनिश्चितकालीन घेराव शुरू किया जाएगा। इसके बाद भी मांगें नहीं मानी गईं तो मोर्चा की बैठक कर शैक्षणिक हड़ताल के साथ ही सभी स्कूलों में तालाबंदी की जाएगी। मोर्चा की रविवार को मोरहाबादी मैदान में हुई बैठक में ये निर्णय लिए गए। अध्यक्षता करते हुए विनोद तिवारी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सरकार बनने के तीन महीने के अंदर वेतनमान देने वादा किया था। लेकिन, सवा चार साल में भी वादा पूरा नहीं किया गया। अब चार माह से राज्य में चंपई सोरेन की सरकार है, जो खुद को हेमंत पार्ट-2 कहते हैं। लेकिन इनके कार्यकाल में भी पारा शिक्षकों का कुछ काम नहीं हुआ। राज्य के 62 हजार पारा शिक्षक सरकार बनने के साढ़े चार वर्ष बीतने के बावजूद वेतनमान नहीं मिलने, ईपीएफ व अनुकंपा नहीं मिलने से आक्रोशित हैं। बैठक में राज्य इकाई के बिनोद बिहारी महतो, संजय दुबे, सिंटू सिंह, सिद्दिक शेख, ऋषिकेश पाठक आदि उपस्थित थे।