हुसैनाबाद विधायक कमलेश सिंह के भाई विनय कुमार सिंह उर्फ बीनू सिंह के गाड़ियों को जलाने वाले दो माओवादियों को पलामू पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं गिरफ्तार माओवादियों के निशानदेही पर लोकसभा चुनाव के दौरान बहिष्कार से संबंधित पोस्टर चिपकाने वाले दो अन्य माओवादी भी पुलिस के गिरफ्त में आए हैं। गिरफ्तार नक्सलियों में हरिहरगंज के तुरी का रहने वाला मृत्युंजय यादव उर्फ दुखन उर्फ अरूणजय (31), हुसैनाबाद के डंडिला निवासी सुरेश रजवार (58), हैदरनगर के सड़ेया के रहने वाले ब्रिजदेव राजवार ( 65) और हुसैनाबाद के घाघरा निवासी कामेन्द्र राम (35) शामिल हैं।
15 लाख के इनामी नक्सली नितेश यादव गिराह के सदस्य
गिरफ्तार चारों माओवादी 15 लाख के ईनामी माओवादी नितेश यादव के दस्ता के सदस्य हैं। नितेश यादव के इशारे पर ही चार दिन पहले हैदरनगर प्रखंड के सड़ेया से हुसैनाबाद प्रखंड के डंडीला तक रोड निर्माण कार्य में लगे दो ट्रैक्टर और एक जेसीबी को सड़ेया में सुरेश और मृत्युंजय ने आग के हवाले किया था। इस संबंध में हैदरनगर थाना में 17 सीएलए और यूएपीए एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर गाड़ियों में आगजनी करने वाले माओवादियों की तलाश में पुलिस जुटी थी।
एसआईटी ने की कार्रवाई
एसपी रीष्मा रमेशन ने एसडीपीओ मुकेश महतो के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया था। कांड के उद्भेदन के क्रम में सबसे पहले प्राथमिकी अभियुक्त सुरेश रजवार तक पुलिस पहुंचीं। पूछताछ में उसने अपने साथियों का नाम बताया और घटना में अपनी संलिप्तता को स्वीकार किया।
गाड़ी जलाने में शामिल एक अन्य प्राथमिकी अभियुक्त मृत्युंजय यादव उर्फ दुखन को हरिहरगंज से गिरफ्तार किया गया। दुखन ने पुलिस को बताया कि उसने घटना में रेकी का काम किया था। माओवादी नितेश यादव के दस्ता ने लेवी नहीं देने के कारण गाडियों को जलाया था। माओवादी दुखन के पास से लेवी के रूप में वसूले गए तीन हजार रूपये और घटना को अंजाम देने के लिए प्रयोग में लाए गए मोबाइल फोन को बरामद किया गया है। ब्रिजदेव और कामेंद्र ने चिपकाया था पोस्टर
पुलिस गाड़ी जलाने वाले माओवादियों को खोज रही थी। इसी दौरान माओवादी सुरेश रजवार ने पूछताछ में बताया कि ब्रिजदेव रजवार और कामेंद्र राम ने लोकसभा चुनाव के समय हैदरनगर थाना क्षेत्र के सलैया टिकर, पटरिया, भदुवा और बरेवा में लोकसभा चुनाव बहिष्कार का पोस्टर चिपकाया था। माओवादी कमांडर नितेश यादव ने ही पोस्टर चिपकवाया था। बृजदेव और कामेंद्र को गिरफ्तार कर पुलिस ने उनके पास बचे तीन माओवादी पोस्टर को भी जब्त किया है।