पश्चिमी सिंहभूम जिले में मानसून का असर देखने को मिल रहा है। चुकी झारखंड में मानसून का प्रवेश एक सप्ताह पुर्व हो चुका है। वही पश्चिमी सिंहभूम जिले में भी सोमवार से मानसून ने दस्तक दी है, वही लगातार बारिश भी की क्षेत्रों में हो रही है। जबकि मानसून से निपटने के लिए नगरपरिषद पुरी तरह से मुस्तैद है। आपकों बताते चलें की जिले के कई बड़े हिस्से संजय नदी व कारो नदी के किनारे पर बसे हुए है। जहां बारिश के दिनों में अत्यधिक मात्रा में बारिश होने से बाढ़ की स्थिति बन जाती है। जिससे निपटने के लिए नगरपरिषद ने एक टास्कफोर्स के साथ टोल-फ्री नम्बर भी जारी किया है। जिसमें लोग आपात स्थिति में मदद लें सकेंगे। वही शहरी क्षेत्रों में युद्ध स्तर पर ड्रेन व नालियों की साफ-सफाई भी जारी है। इसके अलावा ब्लिचिंग पाउडर का भी छिड़काव किया जायेगा। जिससे बारिश के बाद पानी जमने पर डेंगू मलेरिया जैसे मच्छर उत्पन्न ना हो। बारिश के नदियों में उफान की स्थिति में नदी किनारे बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने व रखने हेतु विभाग द्वारा प्रचार प्रसार से भी लोगों को अलर्ट किया जायेगा। पानी निकासी एक बड़ी चुनौती बारिश से लोगों को जल जमाव से ख़ासा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। चुकी नालियों में कचड़े भरे रहने से सारा पानी सड़क के उपर से बहता है।इसके साथ ही कई घरों दुकानों में भी पानी घुसता है।जो एक बड़ी समस्या बारिश से लोगों को होती है। समय से इसका समाधान होने पर लोगों को कुछ हद तक राहत मिल सकती है। बाईट: राहुल यादव,प्रशासक, चक्रधरपुर नगरपरिषद

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