रांची | आषाढ़ कृष्ण पक्ष की योगिनी एकादशी के उपलक्ष्य पर श्रीलक्ष्मी वेंकटेश्वर मंदिर में मंगलवार को कई अनुष्ठान हुए। सुबह ब्रह्ममुहूर्त में भगवान वेंकटेश्वर का विश्वरूप दर्शन हुआ। भक्तों ने सुबह से ही भगवान का दर्शन कर पूजा की। मंगलाशासन के बाद भगवान का षोडषोपचार तिरुवाराधन हुआ। नक्षत्र, कुंभ व कर्पूर से महाआरती की गई। सांवादाना का खीर, साबूदाना-आलू की खिचड़ी, हलवा, पकौड़ी, रायता आदि एकादश प्रकार के फलाहारी व्यंजनों का बाल भोग नैवेद्य हुआ। फिर स्तुति की गई। श्रीभगवान के सुंदर छवि का दर्शन-पूजा करने के बाद श्रद्धालु गरुड़-ध्वज परमस्थान के पास पृथ्वी पर प्रणाम किया और प्रदक्षिणा कर व्रत की पूर्ति की। अर्जक सत्यनारायण गौतम, गोपेश आचार्य व नारायण दास ने दिन भर के अनुष्ठान को शास्त्रीय विधान से संपन्न कराया।

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