विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को यहां कजाखस्तान के उपप्रधानमंत्री मूरत नूरतलेउ से मुलाकात की और रणनीतिक साझेदारी के विस्तार तथा विभिन्न प्रारूपों में मध्य एशिया के साथ भारत की बढ़ती भागीदारी पर चर्चा की।
जयशंकर चार जुलाई को यहां होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के वार्षिक शिखर सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए पहुंचे हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होने का फैसला लिया था, जिसके बाद जयशंकर भाग लेने के लिए पहुंचे हैं।
जयशंकर ने नूरतलेउ के साथ क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। नूरतलेउ विदेश मंत्री का प्रभार भी संभाल रहे हैं।
जयशंकर ने एक्स पर कहा, आज (मंगलवार) अस्ताना में कजाखस्तान के उपप्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री मूरत नूरतलेउ से मिलकर बहुत खुशी हुई। एससीओ काउंसिल ऑफ हेड्स ऑफ स्टेट समिट में आमंत्रित करने के लिए उनका धन्यवाद किया।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को यहां कजाखस्तान के उपप्रधानमंत्री मूरत नूरतलेउ से मुलाकात की और रणनीतिक साझेदारी के विस्तार तथा विभिन्न प्रारूपों में मध्य एशिया के साथ भारत की बढ़ती भागीदारी पर चर्चा की।
जयशंकर चार जुलाई को यहां होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के वार्षिक शिखर सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए पहुंचे हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होने का फैसला लिया था, जिसके बाद जयशंकर भाग लेने के लिए पहुंचे हैं।
जयशंकर ने नूरतलेउ के साथ क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। नूरतलेउ विदेश मंत्री का प्रभार भी संभाल रहे हैं।
जयशंकर ने एक्स पर कहा, आज (मंगलवार) अस्ताना में कजाखस्तान के उपप्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री मूरत नूरतलेउ से मिलकर बहुत खुशी हुई। एससीओ काउंसिल ऑफ हेड्स ऑफ स्टेट समिट में आमंत्रित करने के लिए उनका धन्यवाद किया।