नीट यूजी पेपर लीक मामले में CBI ने झारखंड में बड़ी कार्रवाई की है। धनबाद से अमन सिंह को गिरफ्तार किया है। CBI सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है। दरअसल, जांच के दौरान अमन सिंह का नाम सामने आया। इसके बाद एक टीम फरार चल रहे अमन सिंह को पकड़ने में जुट गई थी। गिरफ्तार अमन सिंह सरायढेला थाना क्षेत्र के बापू नगर का रहने वाला है। बुधवार को उसे धनबाद से गिरफ्तार किया गया। नीट पेपर लीक कांड में इसकी अहम भूमिका रही है। सूत्रों के अनुसार CBI की टीम अमन से पूछताछ करेगी। फरार रॉकी का है खास आदमी गिरफ्तार चिंटू और मुकेश CBI के रिमांड पर हैं। इनसे लगातार पूछताछ की गई है। सूत्र बताते हैं कि इन दोनों से ही धनबाद में छिपे अमन सिंह के बारे में जानकारी मिली थी। इसके बाद एक टीम लगातार इसे ट्रेस करने में जुट गई। ठोस इनपुट और लोकेशन मिलने के बाद उसे पकड़ा गया है। हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक और वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज ने पूछताछ में बताया कि पेपर लीक में अमन सिंह की संलिप्तता है। वो फरार चल रहे नालंदा जिले के रहने वाले रॉकी का खास आदमी है। संभावना है कि गिरफ्तार अमन को भी धनबाद से पटना लाया जाएगा और फिर यहीं उससे पूछताछ की जाएगी। इसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। रवि अत्री से भी होगी पूछताछ नीट पेपर लीक का मामला बहुत बड़े स्तर पर है। सेटर्स गैंग और पेपर लीक करने वाले परीक्षा माफियाओं का जाल कई राज्यों में फैला है। अब जो बात सामने आ रही है, उसके अनुसार CBI की नजर उत्तर प्रदेश के मेरठ के जेल में बंद रवि अत्री पर है। जो यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में पहले से जेल में बंद है। जल्द ही इसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। क्योंकि, इसका कनेक्शन फरार चल रहे अतुल वत्स से है, जो रवि अत्री के गिरफ्तारी के समय से ही गायब है। अतुल बिहार के जहानाबाद जिले का मूल निवासी है। कई परीक्षाओं के पेपर लीक में उसका नाम आ चुका है। यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में हुई पूछताछ के दौरान रवि अत्री ने अतुल वत्स का नाम लिया था। इसके बाद से यूपी पुलिस ने उसे पकड़ने की काफी कोशिश की, लेकिन वो हाथ नहीं लगा। तब से अतुल फरार चल रहा है।

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