18वीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार (24 जून) को शुरू हो गया. इस बीच असम की धुबरी लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद रकीबुल हुसैन ने संविधान की प्रति लेकर लोकसभा सांसद के तौर पर शपथ ली. वहीं, रकीबुल हुसैन ने अपने अनोखे कदम से सबका ध्यान खींचा है. जहां असम की धुबरी लोकसभा सीट से जीते कांग्रेस सांसद रकीबुल हुसैन अपनी पार्टी से पहली बार सांसद चुने गए हैं. ये तस्वीर सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी को एक तरह से चुभने वाली है.
दरअसल, इससे पहले विपक्षी सांसद सदन में संविधान की कॉपी लेकर पहुंचे. विपक्षी सांसदों ने सदन के बाहर संविधान की कॉपी लेकर मार्च भी किया. इस दौरान सांसदों के हाथ में संविधान की कॉपी भी थी. इस दौरान सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे भी मौजूद रहे.
जानिए कौन हैं रकीबुल हुसैन?
धुबरी लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद रकीबुल हुसैन ने अपने करियर की शुरुआत साल 2001 से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी से की. 2001 से असम विधानसभा में सामागुरी सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. उन्होंने 2002 से 2006 तक तरुण गोगोई सरकार में गृह (जेल और होमगार्ड), सीमा क्षेत्र विकास, पासपोर्ट राज्य मंत्री के तौर पर काम किया है. उन्होंने 2004 से 2006 तक तरुण गोगोई सरकार में असम सरकार में गृह, राजनीतिक, पासपोर्ट, हज, बीएडी, सूचना प्रौद्योगिकी, मुद्रण और स्टेशनरी राज्य मंत्री के रूप में काम किया.<
गोगोई सरकार में संभाले कई मंत्रालय
इसके अलावा सांसद रकीबुल हुसैन ने साल 2011 से 2016 तक तरुण गोगोई की असम सरकार में वन और पर्यावरण और पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री के तौर पर भी काम किया. इसके अलावा वह 2006 से 2011 तक तरुण गोगोई सरकार में पर्यावरण और वन, पर्यटन, सूचना और जनसंपर्क, मुद्रण और स्टेशनरी मंत्री भी रहे थे. वहीं हुसैन असम ओलंपिक संघ के महासचिव भी रहे थे. साथ ही वे 2015 में वे अखिल भारतीय कैरम महासंघ के अध्यक्ष बने.
रकीबुल हसन ने 10 लाख ज्यादा वोटों से जीत की हासिल
धुबरी सीट से कांग्रेस के रकीबुल हुसैन ने एआईयूडीएफ के मोहम्मद बदरुद्दीन आजमल को 1012476 वोट से मात देकर जीत दर्ज की. रकीबुल हुसैन को कुल 1471885 वोट मिले तो मोहम्मद बदरुद्दीन आजमल को कुल 459409 वोट मिले. असम गण परिषद के जाबेद इस्लाम 438594 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे.