सडक जाम में पहुंचे सांसद, बेरमो सीओ ने 24 घंटे में आरोपी की गिरफतारी व परिजनों को सरकारी लाभ का दिया लिखित आश्वासन

बेरमो थाना क्षेत्र अंतर्गत पुराना बीडीओ आॅफिस स्थित बंगाली पाडा निवासी अमृत रजक के 35 वर्षीय पुत्र मोहन रजक का शव बुधवार की सुबह रहिमगंज के समीप गोमो—बडकाखाना रेलवे लाइन के किनारे झाडी में मिला. मोहन का माथा बुरी तरह से कुचला हुआ था और दोनों आंखा बाहर निकला हुआ था. साथ ही पैर व हाथ टूटा हुआ था. शव से काफी दुर्गंध भी आ रहा था. मोहन 17 जून की रात आठ बजे से लापता था. परिजनों ने मंगलवार को मोहन के लापता होने की लिखित आवेदन बेरमो थाना को दिया था. शव मिलने के बाद रेलवे लाइन किनारे आसपास के लोगों की भीड जमा हो गयी. घटना की जानकारी पाकर बेरमो थाना प्रभारी अशोक कुमार दलबल के साथ पहुंचे थे. उन्होंने लोगों की मदद से शव को झाडी से निकलवाया. उसके बाद शव को कब्जे में लेकर पुलिस पोस्टमार्टम के लिए तेनुघाट भेज रही थी. लेकिन परिजनों व लोगों ने मोहन के हत्या किये जाने के आरोप में फुसरो—करगली मुख्य मार्ग पर रानीबाग के पास सडक जाम कर दिया. जिसके बाद बेरमो थाना प्रभारी के समझाने व आरोपी की गिरफतारी के आश्वासन पर लोग सडक जाम हटा ले. फिर शव को एम्बुलेंस से बेरमो थाना लाया गया. यहां से पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. शव पोस्टमार्टम करवाकर फुसरो लाने पर फिर से परिजनों व लोगों ने घटना पर आक्रोश जताते हुए फुसरो निर्मल महतो चौक के समीप सडक जाम कर दिया. लोगों ने हत्यारों की गिरफतारी, परिजनों को सरकारी प्रवधान के अनुसार मुआवजा व योजना का लाभ दिलाने की मांग करने लगे. सडक जाम की जानकारी पाकर गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी पहुंचकर मामले की जानकारी लिये. वहीं बेरमो सीओ संजीत कुमार जाम स्थल पर पहुंचकर 24 घंटे में आरोपी की गिरफतारी, पत्नी सुनीता देवी को विधवा पेंशन, परिवारिक लाभ, पत्नी को आंगनबाी में रोजगार, मृतक के बच्चों की डीएवी स्कूल ढोरी में नि:शुल्क पढाई के लिखित आश्वासन पर लोगों ने दो घंटे बाद सडक जाम हटाया. मौके पर अर्चना सिंह, राधा देवी, संतोष महतो, सिकंदर ठाकुर, महेंद्र चौधरी, अनिल कुमार, संतोष रवानी, अशोक रवानी, आकाश सिंह, रमेश स्वर्णकार, जितेंद्र सिंह आदि मौजूद थे.

17 जून को घर से निकला था मोहन, फिर नहीं लौटा
मोहन रजक 17 जून की रात आठ बजे परिजनों को बिना बताये अपने घर से निकला था. फिर वापस नहीं लौटा. देर रात होने पर भी भोजन करने घर नहीं आने पर परिजनों ने खोजबीन शुरू किया. लेकिन आसपास के लोगों व रिस्तेदारों से पुछताछ के बाद भी कही कुछ पता नहीं चला. उसका मोबाइल भी स्वीच आॅफ बताने लगा. जिसके बाद परिजनों ने बेरमो थाना को मोहन के लापता होने की लिखित आवेदन दिया. कॉल ट्रेस में मोहन के मोबाइल के लोकेशन रानीबाग के पास बताया गया. जिसके बाद मंगलवार की रात परिजन रानीबाग के पास रेलवे लाइन के रास्ते पर गये तो उसके मोबाइल का कवर मिला. जिसके बाद सुबह में मोहन का शव रेलवे लाइन किनारे झाडी में मिला.

मोहन अपने पीछे छोड गया दो बच्चों को
मोहन रजक चार भाईयों में सबसे छोटा था. वह ड्राइवरी कर परिवार का भरण पोषण करता था. उसका ससुराल फुसरो के शांतिनगर में है. मोहन अपने पीछे दो पुत्र आदित्य कुमार व आर्यन कुमार और पत्नी सुनीता देवी को छोड गया है. पोस्टमार्टम के बाद मोहन के शव का दाहसंस्कार के लिए पैतृक गांव गिरिडीह के डुमरी प्रखंड अंतर्गत सोना पहाडी स्थित चौधरी बांध ले जाया गया.

फुसरो में अपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने में सरकार विफल: सांसद
घटना के बाद सडक जाम स्थल पर पहुंचे गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने कहा कि फुसरो में अपराधिक घटनाएं काफी बढ गयी है. जिसे रोकने में राज्य सरकार और पुलिस—प्रशासन पुरी तरह से विफल है. यह स्थित पूरे राज्य की हो गयी है. फुसरो जैसे छोटे शहर में इन दिनों दिन दहाडे फायरिंग हो जा रही और हत्या की घटना हो रही है. इसका सुध यहां के बेरमो विधायक कुमार जयमंगल सिंह लेना उचित नहीं समझ रहे है. विधायक श्री सिंह फुसरो में दो दुकानों में हुए फायरिंग मामले में भुक्तभोगी से मिलना भी उचित नहीं समझा है. हत्या व सडक जाम हो जा रही है. लेकिन विधायक का पता नहीं रहता है.

मामले का जल्द किया जायेगा उदभेदन: थाना प्रभारी
बेरमो थाना प्रभारी अशोक कुमार ने कहा कि घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है. सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है. आरोपी को जल्द पकड कर मामले का उदभेदन किया जायेगा. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी मामले का काफी कुछ खुलासा होगा.